हम तुम्हारे साथ ही चले हैं,होले-होले ही सही,काफिले के साथ खड़े हैं।
हुनर भी कम न था कल हमारा,“पहले आप “की तहजीब के साथ पले थे।
इसीलिए देर हुई,कुछ मुक़ाम पाने में।
ज़रा हट के थे,हम ज़माने में।