तुम मिल जाओगे

तुम मिल जाओगे

अब तलक जी रहे हैं कि तुम मिल जाओगे,
जाओगे कहां तक दूर, कि पास मुझको ही पाओगे।

चाहते हो तुम मुझे, और मैं तुम्हें चाहता हूँ,
प्यास मेरी है, और आस तुम में जागता हूँ।
सोचते हैं सभी कि तुम हो बस एक दीवाने,
जल जाओगे, कि तुम हो सिर्फ एक परवाने।
क्या कहूं उनसे कि मेरे हो तुम,
जितना दूर जाते हो,   उतने पास आते हो तुम।

चाहता हूँ कि अनवरत यह सिलसिला चलता रहे हमारा तुम्हारा,
क्योंकि सदा बिंदु को     करुणा सिंधु का  सहारा।

अब तलक जी रहे हैं कि एक दिन तुम मिल जाओगे।

Sangam Insight

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