जाने दो

जाने दो ,

यह उनकी नजर है। जाने दो ,
ये उनका तरीका है। जाने दो,

यह उनका फैसला है। जाने दो,
हमारी यही तक पहुंच है । जाने दो,

हमारी यही तक की जिम्मेदारी है।

कई बार,जाने दो, कहना पड़ता है।
कई बार,अपनों को अपना बनाए रखने के लिए,
जाने दो ,का सहारा लेना पड़ता है।

जैसे अविरल बहती गंगा का हर कण,
जा रहा है हर क्षण।

जैसे हर क्षण ,
जा रहा है, बताते हुए, कि,
जीवन,
एक मात्र है सत्य,
बाकी सब एक कण,
एक क्षण।

गंग के किनारे बैठो ,
डुबकी लगाओ, मझधार में मत जाओ ।

जियो और जीने दो यह भव -सागर है इसमें खुद को मत डुबाओ।

सांसों को आने दो, जाने दो ।
सांसों को ,आने दो, जाने दो।

जाने दो ,
जाने दो ,
जाने दो।

Sangam Insight

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