आओ कुछ बात करें !
बातें मन की मन में जो रह गई,
तनहाई में, कितना मन से, मन में ही, कह गई ।
उन बातों को, बातों बातों में, साफ करें, आओ कुछ बात करें।
बात कुछ न थी,
पर बात बन गई,
बात पर बात फिर बात,
मुद्दे की बात,
तो बेचारी रह ही गई,
फिर उस बात को याद कर,
एक बार फिर बात करें ,
आओ कुछ बात करें।
बात मन में रह, जो गई,
आज की रात के बाद ,
कभी नहीं कही गई, अलविदा कर,
नई बात करें ,
बात का क्या ,होती रहती है,
आओ फिर बात करें ।
बात विवाद ना हो, बात सिर्फ वाद तक हो ,
बस बात में इतना ख्याल रहे,
जिंदगी में बातों का मलाल ना रहे,
बात-बात पर बात ना हो,
किसी की भी बात में,
अगर ,फिजूल का दखल ना हो,
तो बात सुनहरी हो जाए।
बातों ही बातों में किसी की बात भी रह जाए ।
आओ ऐसी ही कुछ बात करें।
आओ कुछ बात करें।