आज है पहला दिन साल का
कई जवाब मिलेंगे, इंतजार अब
हर नए सवाल का।
जिंदगी चलती रहती है ,
कुछ नहीं रुकता यहां पर,
पाना है कुछ और, पातें हैं कुछ और,
यहां पर।
इस साल कुछ नया होगा
उम्मीदों से जुड़े हैं कुछ सफर
किसी को जुनून किसी को सुकून अलग-अलग है आस,
अलग-अलग है प्यास,
इस साल कुछ नया होगा, किया क्या उम्र भर,
यादों में बीती कल रात ।
जिंदगी चलती रहती है,
कुछ नहीं रुकता यहां पर।
आओ कुछ नए संकल्पों के साथ झुका लें माथ
हो संग
परमात्मा का हाथ।
झुक कर
रुक कर
समझ कर
नवजीवन को सजायें
कुछ हो अपनी कुछ हो मालिक की रजाएं।
आज है पहला दिन नव-गीत जिंदगी का
एक बार फिर गुनगुनाये।